प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री जोधपुर के राजेन्द्र गहलोत को भाजपा की तरफ से राज्य सभा सांसद का प्रत्याशी घोषित करते ही शहर में पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। मारवाड़ में पार्टी के कद्दावर नेता माने जाने वाले गहलोत को पार्टी कार्यकर्ता गाजेबाजे के साथ घर से पार्टी कार्यालय लेकर पहुंचे। पार्टी कार्यालय में पहले से बड़ी संख्या में मौजूद पार्टी के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं ने गहलोत को मालाओं से लाद दिया। सभी ने गहलोत को बधाई दी। पार्टी की तरफ से मिले सम्मान से भाव विह्ल हुए गहलोत ने कहा कि भाजपा ने हमेशा से अपने कार्यकर्ताओं की कद्र की है और आज एक बार फिर यह साबित कर दिया कि उसके लिए कार्यकर्ता ही सर्वोपरि है।
पार्टी के पुराने कार्यकर्ता
राजेन्द्र गहलोत जोधपुर में भाजपा के पुराने चेहरे माने जाते है। आपातकाल के दौरान गहलोत को लम्बे अरसे तक जेल में रहना पड़ा। शुरू से ही संघ की पृष्ठभूमि के रहे गहलोत को सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत ने आगे बढ़ाया। दो बार सरदरापुरा से विधायक रह चुके गहलोत को उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में भी स्थान दिया। 72 वर्षीय गहलोत यूआईटी के चेयरमैन भी रह चुके है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनकी प्रतिद्वंद्विता जगजाहिर है। दो बार वे मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ चुनाव लड़ चुके है। मुख्यमंत्री गहलोत के गृहनगर में भाजपा का बोर्ड बनाने के तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को निगम चुनाव में उतार दिया था। उस दौरान राजेन्द्र गहलोत को भी पाषर्द का चुनाव लड़ना पड़ा। लेकिन गहलोत ने पार्टी हित को प्राथमिकता प्रदान की और बहुत वरिष्ठ होने के बावजूद पार्षद की चुनाव लड़ जीत हासिल की। इसके बाद भाजपा का बोर्ड भी बना।